सहूलियत और अहमियत का ध्यान रखते हुए भारत का इतिहास दो हिस्सों में बांट देते हैं. गांधी से पहले, गांधी के बाद. अब जमाना बदल गया है. आने वाले पीढ़ियां भारत को दो हिस्सों में बांटा करेंगी. आधार से पहले, आधार के बाद. बप्पी लहरी के अंदाज में कहें, तो आधार बिना चैन कहां रे. अब तो आधार कार्ड बनवाने के बाद भी चैन नहीं मिलता. इससे लिंक कराओ, उससे लिंक कराओ. सौ तो झंझट हैं. इस लिंकिंग के चक्कर में एक इंसान की वाट लग गई. बुरे समय के लिए पैसा बचाकर रखा था. बैंक में. आधार के बहाने ठग वो पैसा लेकर रफूचक्कर हो गए.
सहूलियत और अहमियत का ध्यान रखते हुए भारत का इतिहास दो हिस्सों में बांट देते हैं. गांधी से पहले, गांधी के बाद. अब जमाना बदल गया है. आने वाले पीढ़ियां भारत को दो हिस्सों में बांटा करेंगी. आधार से पहले, आधार के बाद. बप्पी लहरी के अंदाज में कहें, तो आधार बिना चैन कहां रे. अब तो आधार कार्ड बनवाने के बाद भी चैन नहीं मिलता. इससे लिंक कराओ, उससे लिंक कराओ. सौ तो झंझट हैं. इस लिंकिंग के चक्कर में एक इंसान की वाट लग गई. बुरे समय के लिए पैसा बचाकर रखा था. बैंक में. आधार के बहाने ठग वो पैसा लेकर रफूचक्कर हो गए.
सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद आधार कार्ड अनिवार्य किए जाने संबंधी नियमों में कई बदलाव हुए हैं.
स्थिति ऐसी हो गई है जिंदगी में और कुछ हो या न हो, एक अदद आधार कार्ड तो होना ही चाहिए. पैन कार्ड से लेकर सिम कार्ड तक, आधार के बिना सब आपसे दूर रहेंगे. जिस सुविधा का नाम लो, वो आधार से लिंक्ड है. आधार बनवाने के बाद भी चैन नहीं. आपने भले ही बनवा लिया हो, लेकिन अगर बैंक से लिंक न कराया हो, तो भी मुसीबत. आए दिन आपके पास फोन आता रहेगा. उनके कस्टमर केयर पर फोन करो, तब भी ये ही वॉर्निंग सुनाई देती है. मोबाइल नेटवर्क का सर्विस ऑपरेटर भी आपकी नाक में दम कर देगा. अगर रहीम आज होते, तो लिखते:
आधार के चक्कर में सारी सेविंग्स चली गई
सब कहते हैं कि आधार बनवाना जरूरी है. हम आपसे कह रहे हैं कि आधार बनवा लो, जरूरी जगहों पर लिंक भी करा लो, लेकिन सावधानी के साथ. इस मामले में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. यकीन न हो, तो मुंबई के एक शख्स की कहानी सुनिए. शाश्वत गुप्ता. शाश्वत कोझिकोड की एक प्राइवेट फर्म में काम करते हैं. उन्होंने अपने आधार कार्ड को मोबाइल नंबर से लिंक नहीं करवाया था. लिंक करवाना, माने अपने नेटवर्क ऑपरेटर को अपना आधार नंबर देना. फिर आपके मोबाइल नंबर के साथ उस आधार नंबर को नत्थी कर दिया जाता है. शाश्वत के पास एयरटेल का नंबर था. आए दिन उनके पास एयरटेल वालों का फोन आता. एक दिन ऐसा ही एक फोन आया. उसने कहा, एयरटेल से बोल रहा है. चेतावनी दे दी. आधार लिंक कराओ, वरना सर्विस बंद कर देंगे.
शाश्वत ने अपनी फेसबुक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ-साथ रिजर्व बैंक को भी टैग किया है.
एयरटेल के आधिकारिक नंबर पर भेजा था सिम कार्ड नंबर
शाश्वत को हथियार डालने पड़े. अपने मोबाइल नंबर के साथ आधार लिंक करवाने को राजी हो गए. उसने कहा, 121 पर अपने सिम कार्ड का नंबर मैसेज करो. 121 एयरटेल का आधिकारिक सर्विस नंबर है. शाश्वत ने ऐसा ही किया. देखते ही देखते ठग ने उनके सैलरी अकाउंट से पैसे उड़ा लिए. शाश्वत ने वो पैसे किसी बुरे वक्त के लिए बचाकर रखे थे.
गैस सब्सिडी से लेकर बाकी सरकारी सुविधाओं के लिए भी अब आधार कार्ड एक तरह से अनिवार्य ही हो गया है. आधार के आंकड़ों की सुरक्षा खुद भी सवालों के घेरे में है.
फेसबुक पर बताई आपबीती, वित्त मंत्री अरुण जेटली और बैंक को भी किया टैग
ये फैसला शाश्वत के लिए ये बहुत बुरा साबित हुआ. उन्हें 1,30,000 रुपये का नुकसान झेलना पड़ा. मेहनत से रोजी-रोटी कमाते थे. जो भी बचाया था, सब चला गया. यहां तक कि कोई फिक्स्ड डिपॉजिट के पैसे भी ले उड़ा. शाश्वत ने अपनी आपबीती सुनाई है. फेसबुक पोस्ट में. आप भी पढ़ लीजिए.
शाश्वत की पोस्ट के बाद, बैंक ने भी उन पर नजर डाली. बैंक की ओर से उनकी पोस्ट का जवाब दिया गया. ये रहा बैंक का उत्तर:
बैंक की भी तो जिम्मेदारी तय होनी चाहिए
शाश्वत के साथ जो हुआ, वो बहुत डरावना है. दुनिया में चोर और ठग भरे पड़े हैं. ताक में रहते हैं हमेशा. इनमें से ही किसी ने शाश्वत को बड़ी आसानी से चूना लगा दिया. कैसे? क्योंकि उसके पास शाश्वत का आधार कार्ड और सिम कार्ड का ब्योरा था! अब बैंकवालों पर भरोसा बनाए रखना मुश्किल लग रहा है. हम मेहनत का पैसा बैंक में जमा करते हैं. फिर सरकार एक नियम बनाती है और हम वो नियम मानने के लिए मजबूर हो जाते हैं. पूरे देश को डिजिटल युग में ले जाने की बातें होती हैं. इतना कुछ होता है, बस ये एजेंसियां अपना होमवर्क ठीक से नहीं करती हैं. बैंक में जमा हमारे पैसों की हिफाजत का जिम्मा किसका है? क्या बस इतनी सी जानकारी हासिल कर चोर-उचक्के बैंक खाते में सेंध लगा सकते हैं? हमारे पैसों पर हाथ साफ कर सकते हैं?
शाश्वत से उनके सिम कार्ड और आधार कार्ड का ब्योरा एयरटेल के आधिकारिक सर्विस नंबर पर मैसेज करने को कहा गया था. बैंक खाता, एटीएम कार्ड डिटेल्स और सिम कार्ड जैसी चीजों को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए.
आंख मूंदकर
सहूलियत और अहमियत का ध्यान रखते हुए भारत का इतिहास दो हिस्सों में बांट देते हैं. गांधी से पहले, गांधी के बाद. अब जमाना बदल गया है. आने वाले पीढ़ियां भारत को दो हिस्सों में बांटा करेंगी. आधार से पहले, आधार के बाद. बप्पी लहरी के अंदाज में कहें, तो आधार बिना चैन कहां रे. अब तो आधार कार्ड बनवाने के बाद भी चैन नहीं मिलता. इससे लिंक कराओ, उससे लिंक कराओ. सौ तो झंझट हैं. इस लिंकिंग के चक्कर में एक इंसान की वाट लग गई. बुरे समय के लिए पैसा बचाकर रखा था. बैंक में. आधार के बहाने ठग वो पैसा लेकर रफूचक्कर हो गए.
सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद आधार कार्ड अनिवार्य किए जाने संबंधी नियमों में कई बदलाव हुए हैं.
स्थिति ऐसी हो गई है जिंदगी में और कुछ हो या न हो, एक अदद आधार कार्ड तो होना ही चाहिए. पैन कार्ड से लेकर सिम कार्ड तक, आधार के बिना सब आपसे दूर रहेंगे. जिस सुविधा का नाम लो, वो आधार से लिंक्ड है. आधार बनवाने के बाद भी चैन नहीं. आपने भले ही बनवा लिया हो, लेकिन अगर बैंक से लिंक न कराया हो, तो भी मुसीबत. आए दिन आपके पास फोन आता रहेगा. उनके कस्टमर केयर पर फोन करो, तब भी ये ही वॉर्निंग सुनाई देती है. मोबाइल नेटवर्क का सर्विस ऑपरेटर भी आपकी नाक में दम कर देगा. अगर रहीम आज होते, तो लिखते:
रहिमन आधार राखिए, बिन आधार सब सून
ज्या दातर लोगों को आधार से जुड़े नियम-कायदों की जानकारी ही नहीं होती है. लोगों को तो ये तक नहीं पता होता कि इसका मकसद क्या है.
आधार के चक्कर में सारी सेविंग्स चली गई
सब कहते हैं कि आधार बनवाना जरूरी है. हम आपसे कह रहे हैं कि आधार बनवा लो, जरूरी जगहों पर लिंक भी करा लो, लेकिन सावधानी के साथ. इस मामले में बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है. यकीन न हो, तो मुंबई के एक शख्स की कहानी सुनिए. शाश्वत गुप्ता. शाश्वत कोझिकोड की एक प्राइवेट फर्म में काम करते हैं. उन्होंने अपने आधार कार्ड को मोबाइल नंबर से लिंक नहीं करवाया था. लिंक करवाना, माने अपने नेटवर्क ऑपरेटर को अपना आधार नंबर देना. फिर आपके मोबाइल नंबर के साथ उस आधार नंबर को नत्थी कर दिया जाता है. शाश्वत के पास एयरटेल का नंबर था. आए दिन उनके पास एयरटेल वालों का फोन आता. एक दिन ऐसा ही एक फोन आया. उसने कहा, एयरटेल से बोल रहा है. चेतावनी दे दी. आधार लिंक कराओ, वरना सर्विस बंद कर देंगे.
शाश्वत ने अपनी फेसबुक पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ-साथ रिजर्व बैंक को भी टैग किया है.
एयरटेल के आधिकारिक नंबर पर भेजा था सिम कार्ड नंबर
शाश्वत को हथियार डालने पड़े. अपने मोबाइल नंबर के साथ आधार लिंक करवाने को राजी हो गए. उसने कहा, 121 पर अपने सिम कार्ड का नंबर मैसेज करो. 121 एयरटेल का आधिकारिक सर्विस नंबर है. शाश्वत ने ऐसा ही किया. देखते ही देखते ठग ने उनके सैलरी अकाउंट से पैसे उड़ा लिए. शाश्वत ने वो पैसे किसी बुरे वक्त के लिए बचाकर रखे थे.
गैस सब्सिडी से लेकर बाकी सरकारी सुविधाओं के लिए भी अब आधार कार्ड एक तरह से अनिवार्य ही हो गया है. आधार के आंकड़ों की सुरक्षा खुद भी सवालों के घेरे में है.
फेसबुक पर बताई आपबीती, वित्त मंत्री अरुण जेटली और बैंक को भी किया टैग
ये फैसला शाश्वत के लिए ये बहुत बुरा साबित हुआ. उन्हें 1,30,000 रुपये का नुकसान झेलना पड़ा. मेहनत से रोजी-रोटी कमाते थे. जो भी बचाया था, सब चला गया. यहां तक कि कोई फिक्स्ड डिपॉजिट के पैसे भी ले उड़ा. शाश्वत ने अपनी आपबीती सुनाई है. फेसबुक पोस्ट में. आप भी पढ़ लीजिए.
शाश्वत की पोस्ट के बाद, बैंक ने भी उन पर नजर डाली. बैंक की ओर से उनकी पोस्ट का जवाब दिया गया. ये रहा बैंक का उत्तर:
बैंक की भी तो जिम्मेदारी तय होनी चाहिए
शाश्वत के साथ जो हुआ, वो बहुत डरावना है. दुनिया में चोर और ठग भरे पड़े हैं. ताक में रहते हैं हमेशा. इनमें से ही किसी ने शाश्वत को बड़ी आसानी से चूना लगा दिया. कैसे? क्योंकि उसके पास शाश्वत का आधार कार्ड और सिम कार्ड का ब्योरा था! अब बैंकवालों पर भरोसा बनाए रखना मुश्किल लग रहा है. हम मेहनत का पैसा बैंक में जमा करते हैं. फिर सरकार एक नियम बनाती है और हम वो नियम मानने के लिए मजबूर हो जाते हैं. पूरे देश को डिजिटल युग में ले जाने की बातें होती हैं. इतना कुछ होता है, बस ये एजेंसियां अपना होमवर्क ठीक से नहीं करती हैं. बैंक में जमा हमारे पैसों की हिफाजत का जिम्मा किसका है? क्या बस इतनी सी जानकारी हासिल कर चोर-उचक्के बैंक खाते में सेंध लगा सकते हैं? हमारे पैसों पर हाथ साफ कर सकते हैं?
शाश्वत से उनके सिम कार्ड और आधार कार्ड का ब्योरा एयरटेल के आधिकारिक सर्विस नंबर पर मैसेज करने को कहा गया था. बैंक खाता, एटीएम कार्ड डिटेल्स और सिम कार्ड जैसी चीजों को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए.
आंख मूंदकर
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