हम सभी इस बात से वाकिफ़ हैं कि भारतीय सिनेमा के इतिहास में यदि कोई किरदार लंबे समय तक लगातार लोगों की जुवां पर रहा, तो वह है 'बाहुबली का कटप्पा। खास बात यह है कि अब तक सत्यराज बाहुबली के किरदार 'कटप्पा' की वजह से चर्चा में थे, लेकिन अब वो अपनी बेटी दिव्या की वजह से सुर्खियों में हैं। दरअसल, उनकी बेटी एक ऐसा काम कर रही है ।
जिसे देखकर बाप का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा।
दिव्या ने हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कुछ दवाई कंपनियों के खिलाफ एक्शन लेने की अपील की है। हम आपको बता दें कि दिव्या कोई सोशल एक्टिविस्ट नहीं हैं, वो पेशे से एक न्यूट्रीशियनिस्ट हैं और ऐसी दवाई कंपनियों पर जोर डाल रही हैं, जो लोगों को अंधा बना सकती हैं। इन दवाईयों से लोग अपनी आंखों की रोशनी खो सकते हैं और उनसे उनकी मौत भी हो सकती है।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि पीएम को खत लिखने के बाद से दवाई कंपनियों ने दिव्या सत्यराज को धमकी देना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं, वो अब दिव्या को डराने के लिए पॉलिटिकल पावर का इस्तेमाल करने लगे हैं, लेकिन दिव्या के ऊपर उनकी धमकियों का कोई असर नहीं होने वाला, क्योंकि अपने पिता की तरह वो भी काफी जिद्दी हैं, इसलिए इस मुद्दे को वो अपनी तरह से खुद हैंडल करना चाहती हैं।
अब गेंद पीएम मोदी के पाले में है। वहीं दूसरी ओर दिव्या की हिम्मत की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। अब देखना यह है कि दिव्या को पीएम मोदी की तरफ से क्या जवाब मिलता है। पीएम की तरफ से कोई जवाब आएगा या या नहीं, यह भी देखना दिलचस्प होगा...।
जिसे देखकर बाप का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा।
दिव्या ने हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कुछ दवाई कंपनियों के खिलाफ एक्शन लेने की अपील की है। हम आपको बता दें कि दिव्या कोई सोशल एक्टिविस्ट नहीं हैं, वो पेशे से एक न्यूट्रीशियनिस्ट हैं और ऐसी दवाई कंपनियों पर जोर डाल रही हैं, जो लोगों को अंधा बना सकती हैं। इन दवाईयों से लोग अपनी आंखों की रोशनी खो सकते हैं और उनसे उनकी मौत भी हो सकती है।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि पीएम को खत लिखने के बाद से दवाई कंपनियों ने दिव्या सत्यराज को धमकी देना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं, वो अब दिव्या को डराने के लिए पॉलिटिकल पावर का इस्तेमाल करने लगे हैं, लेकिन दिव्या के ऊपर उनकी धमकियों का कोई असर नहीं होने वाला, क्योंकि अपने पिता की तरह वो भी काफी जिद्दी हैं, इसलिए इस मुद्दे को वो अपनी तरह से खुद हैंडल करना चाहती हैं।
अब गेंद पीएम मोदी के पाले में है। वहीं दूसरी ओर दिव्या की हिम्मत की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। अब देखना यह है कि दिव्या को पीएम मोदी की तरफ से क्या जवाब मिलता है। पीएम की तरफ से कोई जवाब आएगा या या नहीं, यह भी देखना दिलचस्प होगा...।
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